आँखों की रोशनी कम होने के कारण और आसान घरेलू उपाय

आधुनिक जीवन में कई ऐसी चीजें है जो आँखों की रोशनी को कमजोर बना सकती है। आजकल के डिजिटल युग में कंप्यूटर और स्मार्टफोन के बहुत ज्यादा उपयोग से आँखों पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है और कम उम्र में ही आँखें कमजोर होने लग गई है। इसके अलावा खराब जीवनशैली और पोषक तत्वों से रहित आहार का सेवन आँखों की रोशनी को कमजोर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

girl with green eyes

आँखें हमारे शरीर का एक अन्यन्त महत्वपूर्ण अंग है। आँखों से ही हम इस दुनिया के खूबसूरती को देख पाते है। इतना ही नहीं यह हमारी खूबसूरती को बढ़ाने में भी काम आती हैं। खूबसूरत आँखें हमें एक अलग पहचान देती हैं। और बिना आँखों के हमारे जीवन कितना कठिन और नीरस हो सकता है इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है। इसलिए वजन घटाना, दिल की सेहत का ख्याल रखने के साथ-साथ आँखों की देखभाल भी बेहद ज़रूरी है। एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए आँखों का स्वस्थ होना बहुत ही महत्वपूर्ण है।

नजर कमजोर होना आजकल एक सामान्य सी बात है. इस समस्या को मजबूरी मान लेना समझदारी की बात नहीं है क्योंकि सही खानपान की मदद से कमजोर नजर को ठीक किया जा सकता है।

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> क्यों कम होती है आँखों की रोशनी ?

उम्र बढ़ने के साथ हमारी आँखों में क्षयकारी (Degenerative) बदलाव आने शुरू हो जाते हैं जिसके कारण धीरे-धीरे दृष्टि भी कमजोर होने लगती है। लेकिन यदि भोजन में पोषक तत्वों की कमी हो एवं सही जीवनशैली का पालन न किया जाए तो यह बदलाव समय से पहले ही आने लगते हैं। साथ ही यदि उचित आहार और जीवनशैली का पालन किया जाए तो लम्बे समय तक व्यक्ति की दृष्टि अच्छी बनी रहती है।

आजकल बच्चों और युवाओं में नजर कमजोर होने का एक कारण है डिजिटल स्क्रीन भी है। इससे निकलने वाली तेज़ नीली रोशनी से रेटिना को क्षति पहुँचती है। और Macular Degeneration (मैक्यूलर डिजनरेशन) का खतरा बढ़ जाता है।

इसके अलावा भोजन में जरूरी पोषक तत्वों की कमी से आँखों की रोशनी में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-ई, जिंक, ल्यूटिन, जियाजैक्थीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारी आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते है। यदि लम्बे समय तक आहार में इनकी कमी पाई जाती है तो कमजोर दृष्टि के अलावा आँखों से संबंधित क्षयकारी बीमारियों की भी आशंका बनी रहती है जैसे- कैटारैक्ट, उम्र संबंधित मैक्यूलर डिजेरेशन आदि।

> आँखों की रोशनी कम होने के लक्षण

  • दूर की वस्तुएँ देखने में असमर्थता।
  • कम रोशनी तथा रात में आँखों के आगे धुंधला सा दिखाई देना।
  • आँखों में दर्द होना।
  • पढ़ते समय बार-बार सिर दर्द की शिकायत रहना।
  • ज्यादा तेज रोशनी में रंग-बिरंगे रोशनी दिखाई देना।
  • अंधेरे से एकदम रोशनी में जाने पर देखने में दिक्क़त होना।

> आँखों को खराब होने से बचाने का तरीका

आँखों को नुकसान न पहुँचे इसलिए हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए : –

  • पढ़ते समय रोशनी का विशेष ध्यान रखें। बहुत हल्की रोशनी में पढ़ने से आँखों पर दबाव पड़ता है।
  • धूल, प्रदूषण एवं तेज धूप से आँखों को बचायें। सूर्य की पराबैंगनी किरणें (UV rays) आँखों को नुकसान पहुँचाती है। तेज धूप में जाते समय अच्छी गुणवत्ता वाले चश्मों का प्रयोग करें।
  • बहुत देर तक लगातार किसी भी स्क्रीन को न देखें। कुछ देर के अंतराल आँखों को बंद कर के आराम दीजिये।
  • स्क्रीन को देखते समय 20-20-20 नियम का प्रयोग करें। मतलब हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए 20 मीटर दूर देखें।
  • अगर मोबाइल या कंप्यूटर को देर तक देखना हो तो रीडिंग मोड का प्रयोग करें। ये स्क्रीन की नीली रोशनी को काफी हद तक कम कर देता है।
  • यदि आप प्रतिदिन देर तक स्क्रीन देखते है तो Blue Light Filter लेंस वाले चश्मे का इस्तेमाल करें।
  • आँखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषक तत्वों से युक्त आहार लें।
  • हरी पत्तेदार सब्जियाँ एवं दालों का सेवन करें।
  • सूखे मेवों में अच्छी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है जो आँखों के स्वास्थ के लिए बहुत ही आवश्यक है।

> कमजोर आँखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय

आम तौर पर आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए लोग सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही आजमाते हैं।  यहां हम विशेषज्ञों द्वारा सुझाये कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिनके प्रयोग से आँखों की रोशनी बेहतर होती है :-

  • पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करके सोएं. सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें।
  • नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
  • अच्छी नींद लें।
  • बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें. रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें।
  • गाजर और आंवला का जूस मिलाकर पीने से आँखों की रोशनी बेहतर होती है।
  • कच्चे गाजर को सलाद की तरह खाने और रस पीने से आँखों की रोशनी बढ़ने में मदद मिलती है।
  • 6–7 बादाम, 15 किशमिश और दो अंजीर लेकर रातभर के लिए पानी में भिगो दें। सुबह उठकर खाली पेट इन्हें खाएँ। इनमें अच्छी मात्रा में फाइबर और विटामिन्स होते हैं जो आँखों को स्वस्थ रखते हैं।

इसके अलावा इन चीजों को खाने से आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिलती है :-

वाइल्ड एस्परगस (शतावरी)

वाइल्ड एस्परगस जिसे शतावरी भी कहाँ जाता है, आँखों की रोशनी को ठीक करने के लिए यह एक और बेहतरीन उपाय है। आयुर्वेद के अनुसार, यह जड़ी बूटी आँखों को लम्बे समय तक स्वस्थ रखती है।

एक चम्मच वाइल्ड एस्परगस को एक चौथाई शहद के साथ मिलाकर इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार गर्म-गर्म गाय के दूध के साथ पियें। कुछ महीने के लिए इस उपाय का सेवन करते रहें।

सौंफ

सौंफ में पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो आँखों को स्वस्थ रखते हैं। यह मोतियाबिंद के असर को भी कम करते हैं।

मूंग दाल

मूंग की दाल और हरा मूंग आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है। किसी भी रूप में मूंग का सेवन आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है।

आंवला और बहेड़ा

आंवला और बहेड़ा का नियमित प्रयोग नेत्र ज्योति को दुरस्त रखता है। आंवला, बहेड़ा और हरीतकी तीनों के चूर्ण मिश्रण की 3 से 6 ग्राम मात्रा प्रतिदिन प्रयोग करने से भी आँखों की रोशनी दुरस्त होती है।

बादाम

बादाम में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आँखों को हमेशा स्वस्थ रखते है और आँखों की रोशनी को तेज करते है इसलिए हफ्ते में चार दिन बादाम का सेवन अवश्य करना चाहिए।

पालक

हरी सब्जियां आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए बहुत लाभदायक होती है। पालक में आयरन की पर्याप्त मात्रा होने से यह आँखों की रोशनी को तेज करता है और आँखों की बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।

गाजर

गाजर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। जो आँखों की रोशनी को बढ़ाती है और आँखों में होने वाली बीमारियों से छुटकारा दिलाती है इसलिए हमेशा गाजर का सेवन करना चाहिए या गाजर का जूस पीना चाहिए।


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