ये दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी है। ऐसे हजारों अनसुलझे राज हैं, जिनपर से आज तक कोई पर्दा नहीं उठा पाया है। देश-विदेश के वैज्ञानिक भी इन्हीं किस्सों को समझने की कोशिश में लगे हुए हैं।
डेथ वैली, जिसे आम बोलचाल की भाषा में मौत की घाटी कहा जाता है, संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में है। यह अमेरिका का सबसे निचला, शुष्क व गर्म स्थान है। यहां का तापमान (56.8 डिग्री.से.) काफी ज्यादा है, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
यह घाटी अपने रंग-बिरंगी चट्टानों से पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है और हर साल लाखों की तादात में पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं।
मौत की इस घाटी में एक रेस्ट्रैक प्लाया नाम का इलाका है, जहाँ पहले कभी झील हुआ करती थी, वह इलाका आज एक सूखी बंजर जमीन है।
हैरान करने वाली बात यह है कि, सालों पहले इस घाटी में बैडवाटर नामक एक बेसिन था, जो समुद्रतल से 282 फीट नीचे होने के बावजूद भी अब एकदम सूख गया है।
कुछ भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि, यहां किसी समय समुद्र रहा होगा, क्योंकि यह जगह समुदतल से काफी नीचे है और इसकी घाटियों में नमक के कई टीले भी मिले हैं।
मौत की इस घाटी के बारे में कहा जाता है कि, यहां के पत्थर चलते हैं। पत्थरों को चलते हुए किसी ने देखा तो नहीं बस इस बात का अंदाजा 1948 ई. में लगाया गया जब पत्थरों के आगे बढ़ने के निशान वहां की धूल में पड़े देखे गए।
फिलहाल वैज्ञानिकों ने वहां के कुछ पत्थरों में जी.पी.एस. ट्रैकर लगा दिया है, ताकि उनकी गतिविधियों का पता चल सके।
11 फरवरी 1933 ई. को अमेरिकी राष्ट्रपति हूवर ने डेथ वैली को राष्ट्रीय-स्मारक घोषित किया और इस पूरे क्षेत्र को संघीय-सुरक्षा के तहत शामिल कर दिया। इसके बाद 1994 ई. में इस स्मारक को डेथ वैली नेशनल पार्क घोषित कर दिया गया। वर्तमान में यह इसी नाम से दुनिया भर में मशहूर है।